मंदिर के बारे में
हे देव:भव शर्व रूद्र उग्र महादेव भीम ईशान ये जो आपके आठ नाम हैं इनमें प्रत्येक
वेदस्मृतिपुराणतत्रं आदि में बहुत भ्रांति हैं अतएव हे परमप्रिय मैं तेज स्वरूप को
मन वाणी और शरीर से नमस्कार करता हुं। नगर के दक्षिण में बहने वाली पुण्य सलिला शिवना
के दक्षिणी तट पर बना अष्टमुखी का मंदिर इस नगर के प्रमुख आकर्षण का केन्द्र हैं।
आग्नेय शिला के दुर्लभ खण्ड पर निर्मित शिवलिंग की यह प्रतिमा है।