न्यू मार्केट के बीचोंबीच व्यस्त बाजार में जहां साइकल स्टैण्ड था वहां कभी किसी ने
कल्पना नहीं की होगी कि श्री खेड़ापति हनुमान जी का विराट मंदिर स्थापित होगा जो नए
भोपाल की हिन्दू आस्थाओं के केंद्र के रूप में परिवर्तित हो जाएगा।
न्यू मार्केट की सब्जी मंडी वाला क्षेत्र सुव्यवस्थित बसावट वाली जगह नहीं थी। पूरी
जगह ऊबड़खाबड़ थी जिसमें सन् 1965-70 के बीज एक छोटे से मंदिर का निर्माण (पुरानी उपकार
लाज के पीछे) हुआ। अधिक पढ़ें....